Saturday, November 27, 2010

बलात्कारी कि सजा क्या होनी चाहिए. -तारकेश्वर गिरी.

आखिर बलात्कारी कि सजा क्या होनी चाहिए , क्या उसे इस्लामिक कानून कि तरह फांसी पर लटका देना चाहिए या, आजीवन कारावास दे देनी चाहिए या उसके अंगो को काट देना चाहिए ।

आइये और बताइए कि समाज को बलात्कार मुक्त कैसे बनाया जा सकता हैं।


आपकी राय क्या हैं.

17 comments:

Tausif Hindustani said...

फांसी केवल फांसी चाहे मेरा भाई क्यों न हो
dabirnews.blogspot.com

Taarkeshwar Giri said...

Kya Fansi dene se Blatkar hone kam ho jayenge

अन्तर सोहिल said...

छोटी बच्चियों के साथ तो इस जघन्य अपराध के लिये फांसी की सजा भी कम है।

प्रणाम

Unknown said...

maai bhi faansi hi chahta hoon , is se mujri ke dilon men khauf paida hoga

बंटी "द मास्टर स्ट्रोक" said...

जाने ताऊ पहेली १०२ का सही जवाब :
http://chorikablog.blogspot.com/2010/11/blog-post_27.html

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

phaaansiiiiii

रचना said...

pehlae yae pataa lagaana hoga balatkaar kyun hotey haen aur inko prove karna itna lamba kyun hotaa haen


phansi ab hotee nahin haen kyuki hamare paas jalaad hi nahin haen

umr kaid ab jab tak mrtyu naa ho tab tak maani jaatee haen


maere khyaal sae sadak par kodae maar maar kar yaa tejaab mae dheerae dherae dubo kar maarna sahii hogaa

kyaa kehtey haen aap ??

Taarkeshwar Giri said...

Rachna Ji kya kode marne se ya fansi de dene se Blatkar kam ho jayenge.

Taarkeshwar Giri said...

Kyonki apradh karne wala apradh karte samay saja ka khyal nahi rakhta hai

रचना said...

balat kaar kam karne haen to ladkae aur ladki mae samaantaa laaiiyae

ladko ko seekhiyae ki ladkiyaan vasana purti kae liyae nahin banii haen

Shah Nawaz said...

बिलकुल, ऐसे जघन्य अपराध के लिए फंसी भी कम सजा है... ऐसी सख्त सजा से और सजा के क्रयान्वन में होने वाली मुश्किलों को दूर करने से अवश्य ही अपराधियों के दिल में डर पैदा होगा...


प्रेमरस.कॉम

Shah Nawaz said...

बिलकुल, ऐसे जघन्य अपराध के लिए फंसी भी कम सजा है... ऐसी सख्त सजा से और सजा के क्रयान्वन में होने वाली मुश्किलों को दूर करने से अवश्य ही अपराधियों के दिल में डर पैदा होगा...


प्रेमरस.कॉम

URDU SHAAYRI said...

@ भाई ! भगवान् न करे आपके किसी रिश्ते की बहन के साथ रेप हो जाये तो रपट मत कराना क्योंकि सजा से अपराध तो ख़तम होता नहीं .
@ रचना मैडम ! जल्लाद न मिले तो जल्लाद मैं लाकर दूंगा पर होनी फँसी ही चाहिए ऐसे दरिंदों को .

DR. ANWER JAMAL said...

एक दर्दनाक मौत जो चौराहे पर सबके सामने दी जाये ताकि भविष्य के मुजरिमों के दिल दहल जाएँ और हम सबकी मान बहनें महफूज़ रहें .
आमीन ..

Unknown said...

jaise khao ge ann vaisa hoga man.

jab sahitya padhago usi tarah ka .
film dekhoge balatkari.net suf hoga www.---------
tab keha se peda karo ge BRAHAMCHARI.

Ayaz ahmad said...

गिरी जी जब दंड देने से अपराध मे कमी नही आती तो अपराधियों दंड क्यो दिया जाता है ? कसाब और अफज़ल गुरु जैसे आतंकवादियों को फाँसी की सजा की माँग क्यो की जाती है ? क्या आपके पास और भी कोई इस जैसे अपराध को रोकने का कोई हल है ? अगर कोई है तो हल है तो हमें भी बताएँ । हमारे हिसाब से इस अपराध से दुनिया को बचाने का एक ही हल है जो कि इस्लाम ने दुनिया काफी पहले बता दिया था और आप देखें इस्लामी देशों मे इस अपराध के केस न के बराबर है ।

ज्ञानचंद मर्मज्ञ said...

इस अपराध के लिए फांसी की सज़ा भी कम है !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ